*जीवन थोड़ी देर को है,*
*सुबह हो गयी तो जल्दी*
*सांज भी होगी ।*
*जन्म हुआ तो मौत आने लगी*
*तुम्हारे पास , जन्म और मृत्यु*
*के बीच में ज्यादा समय नहीं है।*
*अत्यंत अल्प काल है ,*
*उसे सोये सोये मत बिता देना।*
*क्यों की जो उसे सोये सोये*
*बिता देता है , वो जान ही नहीं*
*पाता की वो कौन था, क्यूं*
*आया था , जीवन के सारे*
*रहस्यों से अपरिचित रह जाता है ।*
*और प्राणों में सिवाय आंसु ओ*
*के अतृप्त आकांक्षा ओ के,*
*विषाद के कुछ भी ले के न*
*जा सकोगे ।*
*जागा हुआ ही भरता है,*
*सोया हुआ खाली रह जाता है।*
*और जीवन इतना छोटा है ,*
*की अगर उद्दाम वेग से ,*
*अगर महत् संकल्प से ,*
*अगर सारे जीवन को दाव पर*
*लगा देने की आकांक्षा के बिना*
*अगर जागना चाहा तो जाग*
*न पाओगे...... 🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹
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