Everything starts with love, remember; love is the ultimate law. Then prayer, mercy, grace, follow of their own accord.
Saturday, September 22, 2012
तुम्हारे भीतर सत्य जग सके
न तो मैं तुम्हारे भीतर विश्वास निर्मित करने में उत्सुक हूं और न मैं तुम्हें कोई विचारधारा दे रहा हूं। यहां मेरा पूरा प्रयास है - जैसा कि आदिकाल से सभी बुद्ध्पुरुषों का रहा है - कि तुम्हारे भीतर सत्य जग सके। मैं जानता हूं, वह पहले से ही तुम्हारे भीतर विद्यमान है; बस एक स्वर छेड़ना होगा। तुम्हारे भीतर पहचान की प्रक्रिया को झंझोड़्ने के लिये कुछ करना होगा।
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